व्यापारFeb 24, 2025
अभी भी स्पष्ट नहीं कि शिंदे की “हल्के में मत लो” टिप्पणी किसके लिए थी : अजित पवार
‘मशाल’ उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (उबाठा) का चुनाव चिह्न है. पवार ने यह भी स्पष्ट किया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और शिवसेना के सत्तारूढ़ गठबंधन महायुति के भीतर कोई दरार नहीं है.