वीडियो में इसके बाद लाल, सफेद और नीले रंग में ‘व्हाट्स नेक्स्ट?’ लिखा दिखता है..बैकग्राउंड में एक गाना है जिसमें कहा जा रहा है कि अब कोई सुरंगें नहीं, अब कोई डर नहीं, ट्रंप गाजा अब यहां है. आगे वीडियो में गगनचुंबी इमारतें...सड़कों पर दौड़ती कार..अरबपति एलन मस्क जो अपना खाना इन्जॉय कर रहे हैं..
नई दिल्ली:
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया पर एक ऐसा वीडियो पोस्ट किया है,जो तकनीकी रूप से दिलचस्प है लेकिन राजनीतिक रूप से विवादास्पद. दरअसल ये वीडियो AI जनरेटिव यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) से तैयार किया गया है जिसमें जंग से तबाह गाजा को एक रिसॉर्ट जैसा दिखाया गया है...सोने से बनी डोनाल्ड ट्रंप की बड़ी मूर्ती..सड़क पर दौड़ती टेस्ला की कारें..उंची इमारतें और डॉलर की बारिश..ये वीडियो किसी सपने से कम नहीं..
वीडियो की शुरुआत होती है गाजा के मलबे में चलते हुए फिलिस्तीनी बच्चों से..बच्चे जो भविष्य के एक नए रूप की तरफ बढ़ रहे हैं. एक सुरंग से होते हुए ये बच्चे एक खूबसूरत गाजा में एंट्री करते हैं.
वीडियो में इसके बाद लाल,सफेद और नीले रंग में ‘व्हाट्स नेक्स्ट?' लिखा दिखता है..बैकग्राउंड में एक गाना है जिसमें कहा जा रहा है कि अब कोई सुरंगें नहीं,अब कोई डर नहीं,ट्रंप गाजा अब यहां है. आगे वीडियो में गगनचुंबी इमारतें...सड़कों पर दौड़ती कार..अरबपति एलन मस्क जो अपना खाना इन्जॉय कर रहे हैं..बेल्ली डांसर,खूबसूरत बीच और एक बच्चा जो ट्रंप के सिर के आकार का सुनहरा गुब्बारा पकड़े हुए है.
विदेश मंत्री वार्सन आघाबेकियान शाहीन ने कहा कि हमने पहले विस्थापन का अनुभव किया है और अब हम उसे दोहराने की अनुमति नहीं देंगे. उनका इशारा 1948 में हुए अरब-इजरायली युद्ध और उसमें विस्थापित हुए फिलिस्तीनियों की ओर था. उधर गाजा में हामास सरकार ने इस वीडियो को "अपमानजनक" और "गाजा के लोगों के दर्द का मजाक उड़ाने वाला" बताया है.
अब बेशक ये प्रयोग ट्रंप का साहसिक कदम माना जा सकता है लेकिन इस बात से भी इंकार नहीं किया जा सकता कि इस वीडियो ने एक नई बहस को जन्म दिया है,जो जल्द ही शांत होने वाली नहीं है.